श्री गणेशजी की मूर्ति के प्रकार

 

श्री गणेशजी की मूर्ति के प्रकार

पूजा में सर्वप्रथम श्री गणेश जी की पूजा होती है जो विघ्नहर्ता ओर सभी की मनोकामना पूर्ण करने वाले हैं। उनकी पूजा के बिना कोई भी पूजा पूरी नही होती है।घर मे गणेश मूर्ति ओर पूजा से सम्बंधित कुछ जानकारी।


1 -- घर के मंदिर में गणेश जी की मूर्ति में सूंड सीधे हाथ की ओर होनी चाहिये।

 2 -- व्यापार या ऑफिस में गणेश जी की सूंड उल्टे हाथ की ओर होनी चाहिए!।

3 -- श्री गणेश जी को दूर्वा टूटे दाँत की  तरफ चढ़ानी चाहिए।

4 -- गणेश जी को भालचंद्र भी कहते है,इसलिये जिन गणेश जी की मूर्ति में भाल यानी ललाट पर चंद्रमा बना हो ऐसे मूर्ती की पूजा करना शुभ रहता है ओर जिन गणेश जी की मूर्ति में कंधे पर नाग के रूप में जनेऊँ न हो ऐसी मूर्ति की भी न ले ।

5 -- घर मे क्रिस्टल से बने गणेश जी रखने से वास्तु दोष दूर होते है, वही हल्दी से बने गणेश जी रखने से भाग्य चमकता रहता है।

6 -- गणेश जी की मूर्ति के साथ उनका वाहन मूषक अवश्य होना चाहिये, उनके बिना भी भगवान की पूजा अधूरी रहती है।

7 -- घर मे बैठे हुए गणेश जी और कार्य स्थल पर खड़े हुए गणेश जी का चित्र लगाना शुभ माना जाता है।            

     श्री गणेश जी की पांच पत्नियां है ---

1 -  श्री       2 -  तुष्टि      3 -  पुष्टि    4 - रिद्धि   5 - सिद्धि


Post a Comment

0 Comments